त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥ काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी । धन निर्धन को देत सदाहीं । जो कोई जांचे वो फल पाहीं ॥ तुलसीदास सदा हरि चेरा। कीजै नाथ हृदय महं डेरा।। अर्थ- आपकी जटाओं से ही गंगा बहती है, आपके गले में https://mariowtyic.pointblog.net/what-does-shiv-chalisa-lyrics-in-english-with-meaning-mean-71374406